उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक हैरान करने वाला सामने आया है। जिले के रामकोला थाना क्षेत्र के चंदरपुर गांव के समीप गन्ने के खेत के रास्ते जा रहे 14 जमातियों को पकड़ा गया। इन्हें देखकर गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही रामकोला पुलिस वाहन के साथ मौके पर पहुंचे और उन सभी को जमातियों को पकड़कर शिव दुलारी देवी दल डपट शाही महिला महाविद्यालय में पहुंचाया। पूछताछ में इन लोगों ने अपना पता नेपाल के जिला सीरहा बताया।
जमातियों ने बताया कि वे नेपाल में इस्तेमा जमात में जुड़े हैं और 15-17 फरवरी वीरगंज के पास आयोजित जलसे में शामिल हुए थे। ये लोग रक्सौल से बॉर्डर पार करके खड्डा पहुंचे थे और कई मस्जिदों में शामिल होते हुए दिल्ली जा रहे थे।
नेपाल के सिराहा जिले के रहने वाले व तब्लीगी जमात से मोहम्मद जखीर अंसारी, मोहम्मद अलाउद्दीन, मोहम्मद अहमद हुसैन, मोहम्मद रहमतुल्लाह खां, नेयमुलाह खां, जासीम, इब्राहिम, अख़्तर, इदरीश, इसराफिल, हजमा, फ्रमुद, नाजिर तथा मोहम्मद आरिफ अंसारी तब्लीगी जमात से संबंधित हैं।
सूचना मिलते ही रामकोला पुलिस वाहन के साथ मौके पर पहुंचे और उन सभी को जमातियों को पकड़कर शिव दुलारी देवी दल डपट शाही महिला महाविद्यालय में पहुंचाया। पूछताछ में इन लोगों ने अपना पता नेपाल के जिला सीरहा बताया।
जमातियों ने बताया कि वे नेपाल में इस्तेमा जमात में जुड़े हैं और 15-17 फरवरी वीरगंज के पास आयोजित जलसे में शामिल हुए थे। ये लोग रक्सौल से बॉर्डर पार करके खड्डा पहुंचे थे और कई मस्जिदों में शामिल होते हुए दिल्ली जा रहे थे।
नेपाल के सिराहा जिले के रहने वाले व तब्लीगी जमात से मोहम्मद जखीर अंसारी, मोहम्मद अलाउद्दीन, मोहम्मद अहमद हुसैन, मोहम्मद रहमतुल्लाह खां, नेयमुलाह खां, जासीम, इब्राहिम, अख़्तर, इदरीश, इसराफिल, हजमा, फ्रमुद, नाजिर तथा मोहम्मद आरिफ अंसारी तब्लीगी जमात से संबंधित हैं।
ये है पूरा मामला
बीते 15 से 17 फरवरी तक संगठन की तरफ से उनके जिले में इस्तेमा जमात का आयोजन किया गया था, जिसमें करीब एक लाख लोग शामिल हुए थे। वहां से 14 लोग दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन मरकज में जाने के लिए 23 फरवरी को रक्सौल पहुंचे थे। वहां से सभी लोग बिहार व यूपी के विभिन्न मस्जिदों व मदरसों में रुकते हुए कुशीनगर पहुंचे।
यहां लॉकडाउन के दौरान भी वे मस्जिदों में रुकते रहे। परंतु दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन मरकज में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने व इसके बाद शुरू हुई जांच के चलते उन्हें मस्जिदों में जगह मिलनी बंद हो गई। रास्ता बंद होने व गिरफ्तारी से बचने के लिए सभी 14 लोग खेतों के रास्ते आगे बढ़ रहे थे। शुक्रवार को चंदरपुर गांव के पास से गुजरते वक्त लोगों ने देखकर पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर रामकोला एसओ धर्मेंद्र सिंह तुरंत पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और सभी 14 लोगों को रामकोला क्षेत्र के शिवदुलारी देवी दलडपट शाही महिला महाविद्यालय में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर पहुंचाया। वहां एसडीएम कप्तानगंज अरविंद कुमार ने चिकित्सा दल के साथ पहुंचकर सभी की प्राथमिक जांच कराई। पकड़े गए सभी 14 लोगों से पूछताछ की जा रही है।
यहां लॉकडाउन के दौरान भी वे मस्जिदों में रुकते रहे। परंतु दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन मरकज में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने व इसके बाद शुरू हुई जांच के चलते उन्हें मस्जिदों में जगह मिलनी बंद हो गई। रास्ता बंद होने व गिरफ्तारी से बचने के लिए सभी 14 लोग खेतों के रास्ते आगे बढ़ रहे थे। शुक्रवार को चंदरपुर गांव के पास से गुजरते वक्त लोगों ने देखकर पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर रामकोला एसओ धर्मेंद्र सिंह तुरंत पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और सभी 14 लोगों को रामकोला क्षेत्र के शिवदुलारी देवी दलडपट शाही महिला महाविद्यालय में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर पहुंचाया। वहां एसडीएम कप्तानगंज अरविंद कुमार ने चिकित्सा दल के साथ पहुंचकर सभी की प्राथमिक जांच कराई। पकड़े गए सभी 14 लोगों से पूछताछ की जा रही है।